फ्री सिलाई मशीन योजना के फॉर्म भरना शुरू ऐसे लें फायदा Free Silai Machine Yojana Apply

साल 1846 में एलियास होवे के द्वारा सिलाई मशीन का आविष्कार किया गया था। यह एक ऐसा मशीन है, जिससे आप फटे पुराने कपड़ों की सिलाई कर सकते हैं। सिलाई मशीन तीन प्रकार की होती है, जिसमें कंप्यूटर सिलाई मशीन, इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन तथा मैनुअल सिलाई मशीन शामिल है। 

तो आइए सिलाई मशीन (Silai Machine) के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं। 

सिलाई मशीन के कार्य (Silai Machine Ke Kara) 

 

  • सिलाई मशीन के द्वारा फटे हुए कपड़ों की सिलाई की जाती है, जिससे कपड़े पुन: पहनने योग्य हो सके। 

 

  • कुछ सिलाई मशीन ऐसे भी होती है, जिनसे आप डिजाइन और कढ़ाई बना सकते हैं। 

 

  • कपड़ों को स्टाइलिश लुक देने के लिए ट्रेडिशनल मार्केट में सिलाई मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। 

 

  • सिलाई मशीन का इस्तेमाल टेलरिंग की दुकान पर किया जाता है। 

सिलाई मशीन धागा (Silai Machine Dhaga) 

कपड़े की सिलाई करने के लिए सिलाई मशीन में धागा का इस्तेमाल किया जाता है। यह धागा मुख्य रूप से चार प्रकार का होता है

 

  • रेशम धागा – इस धागे का प्रयोग मुख्य रूप से कढ़ाई करने के लिए किया जाता है। 

 

  • कॉटन धागा – हल्के कपड़ों की सिलाई करने के लिए कॉटन धागा का इस्तेमाल किया जाता है। 

 

  • नायलॉन धागा – यह धागा काफी मजबूत होता है,  इसीलिए किसी विशेष कपड़ों की सिलाई करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। 

 

  • पॉलिस्टर धागा – यह धागा काफी टिकाऊ होता है तथा इसका इस्तेमाल आप विभिन्न प्रकार के कपड़ों की सिलाई करने के लिए कर सकते हैं। 

सिलाई मशीन का महत्व (Importance of Silai Machine) 

किसी भी फटे पुराने कपड़े को सिलने के लिए सिलाई मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, ऐसे में बहुत सारी लड़कियों तथा महिलाएं इसको सीखकर अपना खुद का स्वरोजगार भी करती हैं और काफी अच्छे पैसे भी कमाती हैं, इसके अलावा फैशन उद्योग में भी सिलाई का काफी महत्व है, जहां पर ड्रेस मेकिंग और कढ़ाई करने के लिए सिलाई मशीन का इस्तेमाल होता है। 

इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन (Electronic Silai Machine) 

पैडल से चलाई जाने वाली सिलाई मशीन की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक सिलाई मशीन काफी सुविधाजनक होता है। इस मशीन को बिजली की सहायता से चलाया जाता है। इस मशीन में बटन दिया गया होता है, जिसकी सहायता से धागा को आप काट सकते हैं तथा सिलाई के पैटर्न को अपने मुताबिक बदल सकते हैं। 

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