Ladli Behna Yojana eKYC: मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना से जुड़ी ई-केवाईसी प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गई है। सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ समय पर मिल सके और किसी की भी किस्त अधूरी न रहे।
eKYC करवाना क्यों जरूरी है
लाड़ली बहना योजना के तहत हर महिला को हर महीने ₹1250 की आर्थिक सहायता दी जाती है। लेकिन यह पैसा तभी खाते में आता है जब लाभार्थी की जानकारी सरकार के रिकॉर्ड से पूरी तरह मिलान की गई हो। यही काम eKYC के जरिए होता है। यानी अगर आपकी eKYC अधूरी है या आपने अब तक नहीं करवाई है, तो आपकी अगली किस्त रुक सकती है। इसलिए सरकार ने साफ कहा है कि सभी महिलाएं जल्द से जल्द अपनी eKYC अपडेट करवाएं ताकि भुगतान में कोई देरी न हो।
eKYC कैसे करें?
लाड़ली बहना योजना की eKYC अब घर बैठे भी की जा सकती है। महिलाएं अपने मोबाइल से cmladlibahna.mp.gov.in वेबसाइट या लाड़ली बहना ऐप पर जाकर eKYC प्रक्रिया पूरी कर सकती हैं। इसमें आधार नंबर और बैंक अकाउंट की जानकारी डालनी होती है। फिर मोबाइल पर आने वाले OTP से वेरिफिकेशन पूरा होता है। सफल वेरिफिकेशन के बाद स्क्रीन पर “eKYC Successful” का मैसेज आ जाता है। जिनके मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं हैं, वे नज़दीकी जनसेवा केंद्र या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर eKYC करवा सकती हैं।
समय पर eKYC न कराने पर क्या होगा
सरकार की ओर से साफ निर्देश हैं कि अगर किसी महिला ने तय समय सीमा के अंदर eKYC नहीं करवाई, तो उसकी अगली किस्त रोकी जा सकती है। यह नियम इसलिए बनाया गया है ताकि योजना का फायदा सिर्फ उन्हीं को मिले जो असल में पात्र हैं। कई महिलाओं को पिछले महीनों में किस्त नहीं मिली क्योंकि उनकी eKYC अधूरी थी। अब सरकार चाहती है कि सभी लाभार्थी अपनी जानकारी अपडेट कर लें ताकि आने वाली किस्तें बिना किसी अड़चन के खाते में पहुंच सकें।
सरकार की पहल और महिलाओं की सुविधा
राज्य सरकार ने गांव-गांव और वार्ड-वार्ड स्तर पर eKYC कैंप लगाने का भी फैसला लिया है, ताकि जिन महिलाओं के पास इंटरनेट या स्मार्टफोन नहीं हैं, वे भी आसानी से यह प्रक्रिया पूरी कर सकें। पंचायत और वार्ड कार्यालयों में भी सहायता डेस्क बनाए गए हैं, जहां कर्मचारियों की मदद से eKYC तुरंत हो सकती है। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी बहन इस योजना के लाभ से वंचित न रहे।